बाजार में कमजोरी के बीच 4 अक्टूबर को रिलायंस पावर ( Reliance Power) के शेयरों में 5 फीसदी का निचला सर्किट लग गया। यह गिरावट अनिल अंबानी द्वारा प्रवर्तित कंपनी के यह कहने के एक दिन बाद आई है कि उसके बोर्ड ने वर्डे इन्वेस्टमेंट पार्टनर्स के सहयोगियों को निजी प्लेसमेंट के आधार पर 4,200 करोड़ रुपये तक के विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बांड (एफसीसीबी) जारी करने की मंजूरी दे दी है।
एफसीसीबी (FCCB) पर प्रति वर्ष 5 प्रतिशत की अति-निम्न लागत ब्याज होगी। रिलायंस पावर ने कहा कि वे असुरक्षित होंगे और उनका कार्यकाल 10 साल का होगा। एफसीसीबी को 51 रुपये के रूपांतरण मूल्य पर रिलायंस पावर के 10 रुपये के लगभग 82.30 करोड़ इक्विटी शेयरों में परिवर्तित किया जाएगा, जिसमें 41 रुपये प्रति इक्विटी शेयर का प्रीमियम भी शामिल है।
रूपांतरण मूल्य, प्रासंगिक तिथि से पहले के दो सप्ताह के दौरान समापन कीमतों के साप्ताहिक उच्च और निम्न के औसत के रूप में गणना की गई न्यूनतम कीमत के प्रीमियम पर है। 1,000,000 डॉलर का प्रत्येक एफसीसीबी 4,197.50 करोड़ रुपये के बराबर है